Gulzar Ki Shayari | Gulzar sahab ki shayari | Gulzar shayari in hindi 2 lines
Sampooran Singh Kalra (born 18 August 1934), known professionally as Gulzar, is an Indian lyricist, poet, author, screenwriter, and film director. here You find shayari or quotes which are written by gulzar. Gulzar Ki Shayari, gulzar sahab ki shayari, gulzar shayari in hindi 2 lines.
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Gulzar Ki Shayari
अकेले हम ही शामिल नहींइस जुर्म में,नज़रे जब मिली तो मुस्कराएतुम भी थे।
होगी तुम्हारे पास ज़मानेभर की डिग्रीया,छलकती आँखों को ना पढ़ पाएतो अनपढ़ हो तुम।।
रोता वही हैं जिसनेमहसूस किया हो सच्चे रिश्ते,वरना मतलब का रिश्ता रखनेवालो की आँखों मेंना शर्म होती हैं ना पानी।
आज फिर देखा किसी नेमोहब्बत भरी निगाहो से,एक बार फिर तेरी खातिरहमने अपनी निगाहे झुका ली।
Gulzar shayari in hindi 2 lines
तुम बदले तो हम भीकहा पुराने से रहे,तुम आने से रहे तोहम भी बुलाने से रहे।।
खुश रहना सीखिएबाकी सब चलता रहेगा,कोई अपना बिछड़ता रहेगाकोई पराया मिलता रहेगा।
तुम्हे लगता हैं वो शख्सतुम्हारा अपना हैं ?जिसको चीख चीख करदुःख बताना पड़ता हैं।
मुझे रिश्तो की लम्बी कतारोंसे मतलब नहीं ,कोई दिल से हो मेरा , तोएक शख्स ही काफी हैं।।
Gulzar sahab ki shayari
मतलबी ज़माने मेंबेमतलब सा था मैं,Rhea के ज़माने मेंराधा ढूढ़ने निकला था।
ज़िंदगी कोखुली किताब न बनाओक्योकि लोगो को पढ़ने में नहीं,पन्ने फाड़ने में ज्यादा मज़ा आता हैं।
असली मोहब्बत तोसाँवले रंग से ही हैं,गोरे तो आजादी से पहलेबेवफा थे।
एक चीज हैं जो सबसे बड़ीआफत बनी हुई हैं ,हर किसी में तुम्हे ढूंढने कीआदत बनी हुई हैं।
थोड़ा सा चुप चुप करअपने लिए भीजी लिया करो,कोई नहीं कहेगा की थकगए हो आराम कर लो।
Love shayari by gulzar
हिसाब बराबर का हुआचलो कोई गम नहीं,तुम्हारे पास हम नहीं,हमारे पास तुम नहीं।
चार दिन की ज़िंदगी, मैंकिस से कतरा के चलू,खाक हूँ, मैं खाक पर, क्याखाक इतरा के चलू?
कलम बदलाव लाएगीएक रोज,शब्दो से बड़ा सरारानहीं होता,तहजीब, अदब, सलीका भीतो कुछ हैं, झुका हुआ हरशख्स बेचारा नहीं होता।
जिस्म सौंप देने से अगरमोहब्बत बढ़ती तोसबसे ज्यादा आशिक़किसी वेशया के होते।
Gulzar shayari quotes hindi
कमिया ढूंढ़ते हैं लोगमुझमे ऐसे ,खुद के किरदार मेंखुदा हो जैसे।
खामोशिया बोल देती हैंजिनकी बाटे नहीं होती ,इश्क़ तो वो करते हैंजिनकी मुलाकते नहीं होती।
जो गुजर गया वो नादानियों में,वो वक्त बहुत कमाल का था।
चालाकी कहा मिलती हैंमुझे भी बताओ दोस्तों,हर कोई ठग लेता हैंजरा सा मीठा बोल के।
इश्क़ में इशलियेधोखा खाने लगे हैं लोगरूह की जगह जिस्म कोचाहने लगे है लोग।
एक सास सबके हिस्से कीहर पैन घट जाती हैं,कोई जी लेता हैं ज़िंदगीकिसी की कट जाती हैं।
कुछ रिश्तो को मजबूरिया खा गयी ,और जो बचे उन्हें दूरिया खा गई।
Gulzar love shayari
चलती हैं दिल के शहर में ,यूँ हुकूमत उनकी,बस जो भी उसने कह दिया,दस्तूर हो गया
क्यों एक दिल की दूसरे दिलको खबर ना हो ,वो दर्द-ए-इश्क़ ही क्या, जोइधर हो उधर ना हो..
कोई पागल ही मोहब्बतसे नवाजेगा मुझे,आप सब तो खैर समझदारनज़र आते हैं।
वही फिर मुझे याद आने लगे हैंजिन्हे भूलने में ज़माने लगे हैं।
थोड़ा बुरा हूँ, मानता हूँ,पर मैं आपको जनता हूँ....!!
Gulzar shayari on love
वो कहती हैं मैं तुमसे सबसेज्यादा प्यार करती हूँ,बगल में खड़ी मेरी माँमुस्कुराने लगी..!!
भाई में विभीषणदासी में मंथराबहन में सूर्पनखाऔर GF में रिया का नामसदा अमर रहेगा।
जाने किस दिल से मुस्कुराते हैं,वो जो अंदर से टूट जाते हैं।
गलती हमारी ही थीजो हम उनसेज्यादा बाते करने लगेजब हो गईहमे उनकी आदततो वो हमे फिरनजरअंदाज करने लगे।
Gulzar shayari on life
------MS DHONI------मैच तो पहले भी होते थेतुम्हारे बादबस आखिरी गेंद पर पासापलटने विश्वास नहीं होगा।
अंदाजा लगा पाते अगर तुमतो हमारी हसी देखकरयूँ मुस्कुराते नहीं।
अंदर तक तोड़ देती हैंवो आसु जो,रात के अँधेरे मेंचुपचाप निकलते हैं।
कभी कबीरा दीवाना तोकभी मीरा दीवानी,ये प्रीत की बिमारी ना जानेकितनी पुरानी।
Gulzar shayari in hindi
जरूरी नहीं हर रिश्ते कोमोहब्बत का नाम दिया जायेकुछ रिश्तो के जज्बातमोहब्बत से बढ़कर होते हैं।
घमंडी नहीं हूँ साहेबबस जहा दिल ना लगे वह,जबरदस्ती बात करने कीआदत नहीं मेरी।
छोड़ दो ये बहानेजो तुम करते होहमे भी अच्छे से मालूम हैंमजबूरिया तभी आती हैंजब दिल भर गया हो।
Gulzar best shayari
एक लड़की की इज्जत करना,उसे खूबसूरत कहनेसे ज्यादा खूबसूरत है।
आँखों में आसु तभी आते हैंजब आप सच्चे हो औरआपको समझने वाला कोई न हो।
मोहब्बत तो होनी ही थीउनसे ,वो सादगी से मुझे देख के मुस्कुराये जो थे।
Love shayari by gulzar
टूटता हैं तो बहुत चुभता हैंसाहबक्या कांच, क्या खवाब,क्या रिस्ता, क्या दिल।
सुनो !कभी जरूरत पढ़ेतो दिल से याद करनामैं कोई गुजरा हुआ वक्त नहींजो वापस नहीं आ सकता।
हर मोहब्बत मुकम्मल हो जायेऐसा जरूरी तो नहीं ,आखिर में मिसाले तो अधूरेइश्क़ की ही दी जाती हैं।
जायका अलग सा हैंमेरे अल्फाज़ो काकोई समझ नहीं पाता तोकोई भुला नहीं पता !
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