तन्हाई का आलम है,व्यस्त दिखना जरूरी है..।।
जब फीके लगने लगे सोलह ऋंगारतब सत्रहंवा श्रृंगार बन करमैं तेरी खूबसूरती को निखारता रहुँगा ।
जब भी गुफ्तगू करता हूं,।नई कहानी सुना देती है,जिंदगी फिर से सपने,बुनकर जीना सिखा देती है,!!
ये दायरे ये बंदिशे किसी और पे थोपो,मैं हवा का झोंका हूं मुझे आवारगी पसंद है।
रब ना करे इश्क की कमी किसी को सताए,प्यार करो उसी से जो तुम्हें,दिल की हर बात बताए
Rahat Indori sher
खुद को इतना भी न बचाया कर,बारिशे हो तो भीग जाया कर..!!
लोग दूसरों का, दिल तोड़ कर,सजदों में अपनी खुशी केसे मांग लेते।।
इज्जत और रक्षा किया करो बहनों की,क्या फर्क पड़ता है अपनी हो या गैरों की.. !
तुम्हरे सपनों की दुनिया में खोना है,आंखें बंद करके आराम से सोना है!
कुछ दोस्त जुदा हो गएतो कुछ खुदा हो गए,कुछ गुमशुदा हो गएतो कुछ शादीशुदा हो गए ।
Rahat indori ki shayari
जिंदगी की किताब में सबसे हसीन पेज,मां की मोहब्बत ही है ।
बिमार ने किसी को याद करके मुस्कुरा दिया,दुनिया ने समझा यह दवाओं का असर है..।।
तुम्हें लिखते हैं तो अल्फाजकम पड़ जाते हैं,और तुमसे मिलते हैं तोवक्त कम पड़ जाता है...।।
हमने उनसे जरा साइश्क मांगा था,उन्होंने मुस्कुरा केगले लगा लिया..।।
सुना रहे थे वोअपनी वफाओं के किस्से,हम पर नजर पड़ी तोखामोश हो गए.
Dr Rahat indori shayari
नाराजगी मुझसे ऐसे भीजताती थी वो,खफा जिस रोज होतीकाजल नहीं लगाती थी वो.
लोग पूछते हैं हमसे कीतुम कुछ बदल गए हो,बताओ टूटे हुए पत्ते अबरंग भी ना बदले क्या.
डर सा लगता हैतेरे शहर जाने पे,तेरे नाम का जख्मअभी भी हरा है..।
इश्क, मोहब्बत, प्यार, इबादतसब कहने की बातें हैं,चाहिए अगर सुकून जिंदगी में,तो इनसे दूरी रखिए.
जिस्म देने से अगरमोहब्बत साबित होती हो,तो एक वैश्या ना जाने कीतनेलोगों की मोहब्बत होती..।
Rahat indori love shayari
आईने के सामने खड़े होकरखुद से माफी मांग ली मैंने,सबसे ज्यादा अपना हीदिल दुखाया है,सबको खुश करते करते.
तुम्हें पाने की जिद थीअब भुलाने का ख्वाब है,ना जिद पूरी हुई औरना ही ख्वाब
झूठी मोहब्बतवफा के वादे,कितना कुछ करते है लोगसिर्फ वक्त गुजारने के लिए,
किसी ने थोड़ा सा अपना
वक्त दिया था मुझे,मैंने आजतक उसे इश्क़समझ कर संभाल रखा है़.
तबाह होकर भी तबाही नहींदिखती,ये मोहब्बत है हुजूर,जीसकी कोई दवाईनहीं बिकती.
Rahat indori shayari hindi
पूछा ऊपर वाले से मैंने किमेरी मोहब्बत अधूरी क्यों लिखी,वह भी कहकर रो पड़ा,मुझे भी राधा कहाँ मिली.
किसी की आदत हो,जानामोहब्बत से भी ज्यादा,खतरनाक है
नजाकत तो देखिए जनाबचाँद"सा"जब कहा उनको,
तो कहने लगी....।चाँद कहीए ना ये चाँद साक्या है?
इस इश्क काताउम्र मुझे मलाल रहेगा,हुआ ही क्यों था तुझसेये सवाल रहेगा.
कसूर उनका नहीं
हमारा ही है जनाब,हमारी चाहत ही इतनी थीकि उनको गुरूर आ गया.
Shayari of rahat indori
अगर इश्क करना है तो
जात पूछकर करना,महजबी झगड़ों में अक्सरमोहब्बत हार जाती है.
बात इतनी सी थीकि तुम अच्छे लगते थे,अब इतनी बढ़ गई कितुम बिन कुछ अच्छा नहीं लगता.
वास्ता नहीं रखना तोनजर क्यों रखते हो,किस हाल में जिंदा हूँखबर क्यों रखते हो.
किसी पर मर जाने सेशुरू होती है मोहब्बत,इश्क जिंदा लोगों काकाम नहीं.
वो करीब तो बहुत हैमगर कुछ दूरियों के साथ,हम दोनों जी तो रहे हैपर मजबूरियों के साथ.
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Rahat indori shayari lyrics
डर ये भी है किमैं तुम्हें खो ना दूंसच ये भी है किमैंने तुम्हें पाया ही नहीं.
हर इंसान उस इंसान की बात
चुपचाप सुनता है,जिसे खोने का डर उसेसबसे ज्यादा होता है.
जिंदगी का सफरअक्सर ऐसा होता है,पसंद कोई, किस्मत में कोई,बातें किसी और से और दिलमें कोई और होता है.
इश्क और सुकुन...अजी छोड़िए जनाब,आप भी ना आग कोघी से बुझा रहे है.
अगर कोई जोर देकर पूछेगाहमारी मोहब्बत की कहानी,तो हम भी धीरे से कहेंगेमुलाकात को तरस गए.
Rahat Indori famous Shayari
दोस्ती मोहताज हो सकती हैदो शख्स की,पर इश्क तो एक तरफा हीकाफी है जनाब.
माना लिखा नहीं खुदा ने
तुझे तकदीर में मेरी,फिर भी दिल को बहला लेता हूँदेखकर तस्वीर तेरी.
Good
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